परमार्थ निकेतन में पर्यावरण यात्रा का उद्घाटन
ऋषिकेश, आजखबर। परमार्थ निकेतन में उत्तराखण्ड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्या, परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी, जीवा की अन्तर्राष्ट्रीय महासचिव साध्वी भगवती सरस्वती जी और अन्य गणमान्य अतिथियों ने दीप प्रज्जवलित कर पर्यावरण यात्रा कार्यक्रम का उद्घाटन किया। परमार्थ गुरूकुल के ऋषिकुमारों और पर्यावरण मित्रों ने वेद मंत्रों और शंख ध्वनि से महामहिम बेबी रानी मौर्या जी का स्वागत किया। राष्ट्र गीत के साथ आज के पर्यावरण एवं स्वच्छता को समर्पित कार्यक्रम की शुरूआत हुई।
इस समारोह में पर्यावरण मित्र, एक सौ महिलायें जो कि गुजरात रैग पिक्केर्स समुदाय की है। वे गांधी आश्रम, गुजरात से गंगा के पावन तट पर आयी है। इस दल की महिलाओं में कई ऐसी भी है जो अपने शहर से बाहर कभी नहीं गयी थी और अब वे अपने दल के साथ पर्यावरण का संदेश देने हेतु ऋषिकेश आयी है उनके लिये यह यात्रा बहुत यादगार और जीवन की एक विशेष यात्रा है। वे इस यात्रा के माध्यम से विश्व को पर्यावरण से जुड़ने का संदेश देने हेतु अपने घरों से निकली है। अहमदाबाद से आयी रैग पिक्केर्स समुदाय की बहनों के लिये परमार्थ निकेतन द्वारा स्वास्थ्य परिक्षण शिविर, बेस्ट, ओवरी और गर्भाश्य कैंसर की प्रारंभिक जांच का आयोजन किया गया है। पर्यावरण मित्र मानव साधना सेवा संगठन के सदस्यों ने कहा कि हमने 21 वीं सदी में प्रवेश किया है इस सदी के आते-आते दुनिया के अनेक देशों ने अद्भुत विकास किया है भारत भी विकास की ओर अग्रसर हो रहा है परन्तु आज भी हमारे सामने कुछ ऐसी मौलिक जरूरतें है यथा स्वच्छ जल का अभाव, स्वच्छता, कचरा-कूड़ा प्रबंधन, सड़कों का सुचारू रूप से रखरखाव नहीं है इसके लिये हमंे जागरूक होना पड़ेगा। पर्यावरण यात्रा का उद्देश्य है कि हम एक जन जागरण अभियान चलाये जिसमें लोग अपने पर्यावरण के प्रति जागृत हो सके। उत्तराखण्ड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्या जी ने महिलाओं और बेटियों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिये स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम हेतु उन्हें बधाई देते हुये कहा कि अहमदाबाद गुजरात से आयी रैग पिक्कर्स समुदाय की बहनें वास्तव में सच्ची पर्यावरण प्रहरी है। एक अनुमान के अनुसार कूड़ा बीनने वालों द्वारा भारत में 62 मिलियन टन कूड़े का निपटारन किया जाता है। उन्होेने कहा कि 2022 तक भारत को एकल उपयोग प्लास्टिक से मुक्त करना है इस हेतु आप सभी की भूमिका महत्वपूर्ण है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पर्यावरण संरक्षण में इतना महत्वपूर्ण योगदान देने के बावजूद कूड़ा बीनने वालों को कोई नौकरी की सुविधा, सुरक्षा और सम्मान नहीं मिलता। इन्हे अपने काम के दौरान कई तरह की बीमारियों और दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ता है। महामहिम ने कहा कि सरकार इस ओर कार्य कर रही है परन्तु अन्य संगठनों को भी रैग पिक्कर्स की सुरक्षा हेतु कार्य करने के लिये आगे आना चाहिये। ने कहा कि हमें लोगों को शौचालय, स्वच्छ भारत मिशन और स्वच्छता से जोड़ने हेतु आगे आना चाहिये इस हेतु समन्वित प्रयासों की जरूरत है। इस कार्य के लिये सरकार के साथ समाज के लोगों को भी जुड़ने की जरूरत है। इस पुनीत कार्य के लिये उन्होने परमार्थ निकेतन का आभार व्यक्त किया।
परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने कहा कि आप सभी बहुत भाग्यशाली है कि आपने समाज का वह कार्य अपने हाथों में लिया जिसे कोई स्वेच्छा से करना नहीं चाहता है। मातृ शक्ति सबसे महान है और इसलिये भी महान है कि कई बार परिवार में भी जो कार्य कोई नहीं करता वह मातृ शक्ति को करना पड़ता है। माँ होकर धरती माँ की रक्षा करना, वहां के कचरे को साफ करना और धरती माँ की गंदगी को साफ करना इतना आसान नहीं है। स्वामी जी ने सभी रैग पिक्कर्स बहनों का गंगा जी की धरती पर अभिनन्दन करते हुये कहा कि आप वास्तव में भारत को स्वच्छ भारत बनाने हेतु संकल्पित है।
जीवा की अन्तर्राष्ट्रीय महासचिव साध्वी भगवती सरस्वती जी ने कहा कि आप सभी जो सेवा कर रहे है वह बहुत सुन्दर है। आप जो कार्य कर रहे है उसके कारण हम लोग स्वस्थ रह पाते है क्योकि आपके द्वारा कूड़ा बीनने से वातावरण से गंदगी कम होती है अतः आपके द्वारा किये गये कार्यो से लोगों का स्वास्थ्य और पर्यावरण का स्वास्थ्य ठीक रह पाता है। साध्वी जी ने रैग पिक्कर्स बहनों को ईको फ्रेन्डली सैनेटरी नेपकिन देते हुये कहा कि यह आपके और पर्यावरण, दोनों के लिये सुरक्षित है।
परमार्थ निकेतन में रैग पिक्कर्स बहनों पर बनी एक फिल्म भी दिखायी गयी। परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने महामहिम श्रीमती मौर्या जी को पर्यावरण का प्रतीक रूद्राक्ष का पौधा भेंट किया। महामहिम बेबी रानी मौर्या जी, स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज, साध्वी भगवती सरस्वती जी, पुनीत कुमार अग्रवाल, केन्द्र प्रबंधन गौरव राठौर, भरत जोशी, वीणा बेन, स्वामिनी आदित्यनन्दा जी, गंगा नन्दिनी त्रिपाठी जी, सोशल मीडिया काॅडिनेटर गीता बेन महेेन्द्र भाई चैहान, काजल दिनेश भाई, गीता बेन रमेश भाई चैहान, वीना बेन, प्रियंका बेन, आकाश भाई, नरेश भाई, प्रकाश भाई, संजय भाई, ललिता बेन, महेश भाई, चम्पाबेन जयंती भाई परमार, कमला बेन महिन्द्र भाई, बालुबेन, हेतलबेन, चचीबेन, रैग पिक्केर्स समुदाय की बहनें और पर्यावरण मित्र भाईयों ने विश्व स्तर पर जल की आपूर्ति हेतु विश्व ग्लोब का जलाभिषेक किया। स्वामी जी ने कहा कि हमारे पर्यावरण और जल स्रोत्रों के लिये एकल उपयोग प्लास्टिक सबसे घातक है अतः हम सभी को संकल्प लाना होगा की हम एकल उपयोग प्लास्टिक का उपयोग नहीं करेंगे। सभी ने हाथ उठाकर संकल्प को दोहराया।